Surya Dev Ji Ki Aarti
सूर्य देव जी की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान।। सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत...
सूर्य देव जी की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान।जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।धरत सब ही तव ध्यान, ऊँ जय सूर्य भगवान।। सारथी अरूण हैं प्रभु तुम, श्वेत...
श्याम बाबा जी की आरती ॐ जय श्री श्याम हरे , बाबा जय श्री श्याम हरे |खाटू धाम विराजत, अनुपम रुप धरे ॥ ॐ जय श्री श्याम हरे….रत्न जड़ित सिंहासन, सिर पर चंवर ढुले|तन...
संतोषी माता की आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता ।अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता ॥जय सुंदर चीर सुनहरी, मां धारण कीन्हो ।हीरा पन्ना दमके, तन श्रृंगार लीन्हो ॥ जय गेरू...
श्री राधा जी की आरती ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्णश्री राधा कृष्णाय नमः .. घूम घुमारो घामर सोहे जय श्री राधापट पीताम्बर मुनि मन मोहे...
पार्वती जी की आरती जय पार्वती माता जय पार्वती माताब्रह्मा सनातन देवी शुभफल की दाता ।। अरिकुलापदम बिनासनी जय सेवक्त्राता,जगजीवन जगदंबा हरिहर गुणगाता ।। सिंह को बाहन साजे कुण्डल हैं साथा,देबबंधु जस गावत नृत्य...
देवी अन्नपूर्णा जी की आरती बारम्बार प्रणाम, मैया बारम्बार प्रणाम… जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहां उसे विश्राम।अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम॥ बारम्बार… प्रलय युगान्तर और जन्मान्तर, कालान्तर तक नाम।सुर सुरों...
बृहस्पति देव की आरती जय बृहस्पति देवा, ऊँ जय बृहस्पति देवा ।छि छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ।जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब...
काली माता की आरती मंगल की सेवा सुन मेरी देवा ,हाथ जोड तेरे द्वार खडे।पान सुपारी ध्वजा नारियल ले ज्वाला तेरी भेट धरेसुन।।1।। जगदम्बे न कर विलम्बे, संतन के भडांर भरे।सन्तन प्रतिपाली सदा खुशहाली,...
दुर्गा जी की आरती जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुम को निस दिन ध्यावतमैयाजी को निस दिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवजी ।| जय अम्बे गौरी ॥ माँग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद...
शनि देवजी की आरती जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी॥ जय.॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी।नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥ जय.॥ क्रीट मुकुट शीश रजित दिपत है...